सोमवार, 31 अगस्त 2009

जीवन सार

जीवन एक कशमकश है
इसी में छिपी कहानी जीवन का सच है
तुम आए हो ,तुम्हारा मकसद है
तुंहारा लेखा जोखा है
तुम्हारी किस्मत है
पर इसको जीना तुम्हारी फितरत है
अच्छी बुरी किस्मत नहीं नजरिया है
जिससे बनेगी तुम्हारी दुनिया
निराशा ,दुःख असफलता तुम्हारी है
आशा ,खुशी ,प्यार दूसरो का है
तुम नहीं फेसला करना वाले
क्या तुम्हारा है
यह तो इन्सान का जाना और माना है ।

1 टिप्पणी:

Udan Tashtari ने कहा…

बहुत खूब भावपूर्ण!