सोमवार, 20 जून 2011

अनुसरण

शिक्षक अनिल को डांटेते  हुए --शर्म नहीं अति कितनी बार बोला है पड़ते समय बात नहीं  ..खड़े हो जाओ अपनी जगह 
अनिल --:खड़े होकर लेकिन सर नहीं झुकाया 
शिक्षक डांटेते हुए --बहुत नालायक हो , तुम चलो इस प्रश्न कर उतर दो 
अनिल ने सही जवाब दिया 
शिक्षक ने बठने  को बोला दिया /
अनिल --बोला माफ़ी चाहता हु सर,  लेकिन हम आपका अनुसरण कर रहे थे जसे आप प्राचर्य महोदय के भाषण के समय टिका टिप्द्दी करते है ..वसे ही आपके पढ़ते समय .................
शिक्षक ने अपनी गलती स्वीकार कर आगे से भूल न करने का वादा  किया 

कोई टिप्पणी नहीं: