प्रिय बिटिया अनुष्का,
तुम्हें जानकर हर्ष होगा ,तुम्हारी उस आख़री पुचकार और अलिगन से सहारे में ज़िंदा हूँ । हर लम्हा उस ईश्वर का धन्यवाद करती हूँ की मुझे तुम्हारी जैसी बेटी की माँ बनाया।
आज भी याद है, जब तुम्हेँ नर्स ने मुझे दिया था, तुम्हें देखते ही मैंने अपने आपको पूरा मान लिया था। यक़ीन मानों, आज भी कल बात लगती है। .".. समय की पंख होते है, दादी सही कहती थी ".
अपने सारे सिटिच भूलकर तुम्हारी छठी और बाराही की तैयारी कर रही थी। ...... ऐसा नहीं की भैया और तुझमें भेद था......... खुश तब भी उतनी ही थी ........ बस तुझे पा कर पूरा महसूस करती थी ऐसा लगता था मेरा सहारा आ गया..तू मुझे हमेशा पूरा करती थी। .
एक पल मुझे नहीं छोड़ती थी। कभी कभी तुझे गोद में ले कर खाना बनाती थी। कभी तंग नहीं करती थी खाने का तो तुझे कितना शौक था। मुझे खाना बनाने में तेरी वजह से ही मज़ा आता था। अच्छा ! सुन वो डोनट और चॉक्लेट जो तुम दोनों केलिए बनती थी उसकी इतनी डिमांड हो गयी ..... सब जगह खूब स्टाल लगयी कॉलोनी में। ...... एक तो तेरे ही सामने लगायी थी। फिर बिंदिया आंटी ने चॉकलेट क्लास खोलने के लिए तैयार ही कर लिया मुझे वो भी हर महीने ले लेती हूँ मैं । पूरा करा न मुझे तूने, बिटिया !
.तेरे पापा ने भी बहुत खिलाया तुझे। पापा और मेरी तरफ की हर एक रिस्तेदार से तू मिली है और खूब गोद में खेली है। सबको तेरी खूब याद है।
भाई तो तुझ पर जान छिड़कता ही है। आज भी भाईदूज पर तेरी दी राखी रोली चावल लागाता है
पापा भी याद करते है बहुत वही छोटा सा मुँह बना लेतेहै। तेरी याद आती है सोफे का कवर सही कर देते है। आजकल कभी कभी काम भी करा देते है। नेलपॉलिश और लिपस्टिक लगते वक़्त तेरी याद आ ही जाती है। सरिता भी तुझे याद करती है। मौसी की शादी में सब तेरी ही बातें कर रहे थे। मामा तेरा फ़ोन पे बात करना बहुत मिस करता है । नानी नाना ठीक है बस, और धीरे काम करने लग गए है।
पुरानी और नयी दोनों कॉलोनी में कंचके पर तुझे सब बहुत याद करते है तेरा लहँगा बिंदी चूड़ी पूरी देसी गुड़िया सी सबको बहुत याद आती है।
कभी कोई हमे बेचारे माँ बाप बता कर तरस खाता है कभी कुछ...... पर हमे पता है मेरी गुड़िया हमें पूरा कर दिया। ......... भाई की कलाई ,भरने पिता की लक्ष्मी बन कर आयी थी तू। ........ देवी ने दिया और देवी ने ही लिया। जहाँ रहना खुश रहना स्वस्थ रहना। ...
जितनी थी हमारी थी. जब तक हम है तू हमारी ही रहेगी।
ढेर ढेर प्यार और आशीर्वाद
एक पूरी माँ. ....
तुम्हें जानकर हर्ष होगा ,तुम्हारी उस आख़री पुचकार और अलिगन से सहारे में ज़िंदा हूँ । हर लम्हा उस ईश्वर का धन्यवाद करती हूँ की मुझे तुम्हारी जैसी बेटी की माँ बनाया।
आज भी याद है, जब तुम्हेँ नर्स ने मुझे दिया था, तुम्हें देखते ही मैंने अपने आपको पूरा मान लिया था। यक़ीन मानों, आज भी कल बात लगती है। .".. समय की पंख होते है, दादी सही कहती थी ".
अपने सारे सिटिच भूलकर तुम्हारी छठी और बाराही की तैयारी कर रही थी। ...... ऐसा नहीं की भैया और तुझमें भेद था......... खुश तब भी उतनी ही थी ........ बस तुझे पा कर पूरा महसूस करती थी ऐसा लगता था मेरा सहारा आ गया..तू मुझे हमेशा पूरा करती थी। .
एक पल मुझे नहीं छोड़ती थी। कभी कभी तुझे गोद में ले कर खाना बनाती थी। कभी तंग नहीं करती थी खाने का तो तुझे कितना शौक था। मुझे खाना बनाने में तेरी वजह से ही मज़ा आता था। अच्छा ! सुन वो डोनट और चॉक्लेट जो तुम दोनों केलिए बनती थी उसकी इतनी डिमांड हो गयी ..... सब जगह खूब स्टाल लगयी कॉलोनी में। ...... एक तो तेरे ही सामने लगायी थी। फिर बिंदिया आंटी ने चॉकलेट क्लास खोलने के लिए तैयार ही कर लिया मुझे वो भी हर महीने ले लेती हूँ मैं । पूरा करा न मुझे तूने, बिटिया !
.तेरे पापा ने भी बहुत खिलाया तुझे। पापा और मेरी तरफ की हर एक रिस्तेदार से तू मिली है और खूब गोद में खेली है। सबको तेरी खूब याद है।
भाई तो तुझ पर जान छिड़कता ही है। आज भी भाईदूज पर तेरी दी राखी रोली चावल लागाता है
पापा भी याद करते है बहुत वही छोटा सा मुँह बना लेतेहै। तेरी याद आती है सोफे का कवर सही कर देते है। आजकल कभी कभी काम भी करा देते है। नेलपॉलिश और लिपस्टिक लगते वक़्त तेरी याद आ ही जाती है। सरिता भी तुझे याद करती है। मौसी की शादी में सब तेरी ही बातें कर रहे थे। मामा तेरा फ़ोन पे बात करना बहुत मिस करता है । नानी नाना ठीक है बस, और धीरे काम करने लग गए है।
पुरानी और नयी दोनों कॉलोनी में कंचके पर तुझे सब बहुत याद करते है तेरा लहँगा बिंदी चूड़ी पूरी देसी गुड़िया सी सबको बहुत याद आती है।
कभी कोई हमे बेचारे माँ बाप बता कर तरस खाता है कभी कुछ...... पर हमे पता है मेरी गुड़िया हमें पूरा कर दिया। ......... भाई की कलाई ,भरने पिता की लक्ष्मी बन कर आयी थी तू। ........ देवी ने दिया और देवी ने ही लिया। जहाँ रहना खुश रहना स्वस्थ रहना। ...
जितनी थी हमारी थी. जब तक हम है तू हमारी ही रहेगी।
ढेर ढेर प्यार और आशीर्वाद
एक पूरी माँ. ....