ज़रा दो पल ठहर जाते
हम अपने मन की बात तुमको बताते
कितनी चाह थी रोक ले तुम्हे
पर जाने की जल्दी ने
और बेरुखी से हम अन्दर तक सुलग गए
यु तो इन तोफहा की चाह नहीं
इनमे छुपे प्यार को शिदत से महसूस करते है
तुम्हारी गेरहाजारी में अपनी किस्मत पर इतराते है
एक तुम ही तो हो जो हमारी बचकानी बाते झेल पाते हो
कभी अपनी नादानियों पे हम शरमाते है
तुम्हारे आलिंगन में जितना सुकून है वो धरती के किसे कोने में नहीं है
हमारी गुस्ताखियों को भी तुम माफ़ कर देते हो
तुमसे ही हमारी शान है सिर्फ तुम्हारा ही अरमान है
हर ख़ुशी दे पाए जिसे तुमने चाह है
तुम्हारे प्यार के सामने मेरी हर चीज़ कम है
हम शुक्रगुज़ार है की रब ने तुम्हारे प्यार के लिए हमे चुना
कितने ही लव्ज कहे वो कम है.
हम अपने मन की बात तुमको बताते
कितनी चाह थी रोक ले तुम्हे
पर जाने की जल्दी ने
और बेरुखी से हम अन्दर तक सुलग गए
यु तो इन तोफहा की चाह नहीं
इनमे छुपे प्यार को शिदत से महसूस करते है
तुम्हारी गेरहाजारी में अपनी किस्मत पर इतराते है
एक तुम ही तो हो जो हमारी बचकानी बाते झेल पाते हो
कभी अपनी नादानियों पे हम शरमाते है
तुम्हारे आलिंगन में जितना सुकून है वो धरती के किसे कोने में नहीं है
हमारी गुस्ताखियों को भी तुम माफ़ कर देते हो
तुमसे ही हमारी शान है सिर्फ तुम्हारा ही अरमान है
हर ख़ुशी दे पाए जिसे तुमने चाह है
तुम्हारे प्यार के सामने मेरी हर चीज़ कम है
हम शुक्रगुज़ार है की रब ने तुम्हारे प्यार के लिए हमे चुना
कितने ही लव्ज कहे वो कम है.
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