सोमवार, 30 मई 2011

नज़र उतरना (हमारी संस्कृति )

नज़र उतरना   (हमारी संस्कृति )
बड़े छोटे अपने पराये किसी की भी नज़र किसकी को लग सकती है ...शायद यह इसलिए कहाँ जाता होगा किसी की बीमारी और मनोदशा को बदलने की कारन या फिर कुछ और ....पर जो भी इस पर बहुत से लोग आंख मूंद कर 
विश्वास करते है ...आज भी ...नज़र लगा उतरना सब ठीक है जब तक आपके पैसे और किसीकी को किनुक्सन नहीं हो रह है .......टोना टोटका उपरी चक्कर का पाखंड कभी न कभी कहीं न कहीं दीखता रहता है ...हम सब के उपर एक शक्ति है इसको झुंठ्ला नहीं सकते ......इसलिए कुछ नुस्खे दादी नानी के बतायी हुए है ....बोला जाता है बच्चो को माँ की नज़र सबसे पहले लगती है ......भगवन हर जगह है हर कडं में  है  उन पर विश्वास रखना चाहिए वो कभी बुरा नहीं होने देगे 

  • पानी को चार बार एक तरफ और पांचवी बार उलटी तरफ घुमा कर नाली में डाल दे
  • सरसों ,गेहू की भूसी नमक लाल मिर्च पञ्च बार नज़र उतरना और जला देना ..
  • जूता पांच बार घुमाना 
  • सिक्का घुमा कर दान करना