सोमवार, 31 अगस्त 2009

जीवन का सिद्धांत

आज फिर नई सुबह ने ली अंगडाई
जगा रही उमग तरंग को
याद दिला रही कल की खामी को सुधारो
विश्वास जगा रही नई सुबह
सुबह कभी नहीं दोहराती
हर सुबह नई किरण के साथ ढेरो पैगाम लाती
बना लो इस जीवन का सिद्धांत रोज़ करो एक नया काम ।

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